दे दो मुझे भी भेरूजी,
चरणों की चाकरी,
लगती रहेगी मेरी भी,
तेरे दर पे हाजरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।।
पलके बिछी हो राहो में,
स्वागत करें नयन,
सेवा में तेरी रोज ही,
लागे ये मेरा मन,
पड़ जाये मुझपे तेरी ये,
दृष्टि दया भरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।।
मिल जाये मुझको दादा जो,
तेरी ये बन्दगी,
रेखा जो बदले किस्मत की,
रोशन हो जिन्दगी,
तेरी कृपा की दौलत से,
झोली ये हो भरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।।
सेवा में तेरी है ये मगन,
टुकलिया परिवार,
दिलबर प्रवीण के साथ है,
भैरव जी सरकार,
उषा गाये तेरे भजन,
है श्रद्धा मेरी खरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।।
दे दो मुझे भी भेरूजी,
चरणों की चाकरी,
लगती रहेगी मेरी भी,
तेरे दर पे हाजरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।।
गायिका – उषा जैन जयपुर।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365