दीनबन्धु दीनानाथ,
मेरी सुध लीजिये,
आया है तूफान नैया,
पार कर दीजिए।।
दास हूँ पुराणों तेरो,
श्याम सरकार मैं,
तेरे ही भरोसे छोड़ी,
नाव मझधार में,
ध्वजाबन्ध धारी घणी,
देर मत कीजिये,
आया है तूफान नैया,
पार कर दीजिए।।
बाँकी सी लटक में,
अटक गया प्राण है,
तू ही मोटो सेठ मेरो,
तू ही जजमान है,
प्रीत की पुकार या ही,
प्रेम रस दीजिये,
आया है तूफान नैया,
पार कर दीजिए।।
बाँसुरी ने तेरी चित्त,
चोर लियो मेरो है,
चरणां के माही,
थारैं दास को बसेरों है,
प्रीत की पुकार,
दिलदार सुण लीजिये,
आया है तूफान नैया,
पार कर दीजिए।।
‘श्याम बहादुर’ ‘शिव’,
श्याम को गुलाम है,
हाजरी बजाणो और,
मनाणों मेरों काम है,
भीख दे दया की मेरी,
झोली भर दीजिये,
आया है तूफान नैया,
पार कर दीजिए।।
दीनबन्धु दीनानाथ,
मेरी सुध लीजिये,
आया है तूफान नैया,
पार कर दीजिए।।
Singer – Sandesh Rahi
9340749039
Lyrics – Shri Shivcharan Ji Bhimrajka