देखो बाबोसा को मेलो आयो,
जोर नाचूँ,
जोर नाचूँ मैं तो लुळ लुळ नाचूँ।।
बाबा मिग्सर शुक्ल पंचमी को,
मेलो लागे,
मेलो लागे बाबा को मेलो लागे,
बाबा मिग्सर शुक्ल पंचमी को,
मेलो लागे।।
थारे नारियल टॉफी को बाबा,
भोग लागे,
भोग लागे बाबा के भोग लागे,
थारे नारियल टॉफी को बाबा,
भोग लागे।।
बाबा बाल रूप में लोग थाने,
नित ध्यावे,
नित ध्यावे बाबा ने नित ध्यावे,
बाबा बाल रूप में लोग थाने,
नित ध्यावे।।
मंजू बाईसा बाबा थारा,
मंगल गावे,
मंगल गावे बाबा मंगल गावे,
मंजू बाईसा बाबा थारा,
मंगल गावे।।
देखो बाबोसा को मेलो आयो,
जोर नाचूँ,
जोर नाचूँ मैं तो लुळ लुळ नाचूँ।।
गायिका – सोनू माहेष्वरी।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365