देखो प्यारे श्याम का ये दरबार है,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है,
हारे का साथी लखदातार है,
सारी दुनिया करती जय जयकार है,
देखों प्यारे श्याम का ये दरबार हैं,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है।।
तर्ज – दूल्हे का सेहरा।
गर तुम्हे विश्वास ना हो तो,
आजमा के देख,
सांवरे की चौखट पे तू,
शीश नवाके देख,
आँख झपकते,
भर देता भंडार है,
हर भक्तो का होता बेडा पार है,
देखों प्यारे श्याम का ये दरबार हैं,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है।।
भाव का भूखा है मेरा,
सांवरिया सरकार,
सोना चांदी हीरा मोती,
है सभी बेकार,
प्रेम भरी आवाज की,
दरकार है,
हर भक्तो होता बेडा पार है,
देखों प्यारे श्याम का ये दरबार हैं,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है।।
जिंदगी से हार कर,
जो कोई आता है,
लेते है अपनी शरण में,
मन भा जाता है,
होने लगती खुशियों की,
बौछार है,
हर भक्तो का होता,
बेडा पार है,
देखों प्यारे श्याम का ये दरबार हैं,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है।।
लड़खडाते जब कभी ये,
हाथ धर लेता,
लेके खुद पतवार ये,
नैया को है खेता,
ऐसा प्यारा मेरा,
श्याम सरकार है,
हर भक्तो का होता,
बेडा पार है,
देखों प्यारे श्याम का ये दरबार हैं,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है।।
देखो प्यारे श्याम का ये दरबार है,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है,
हारे का साथी लखदातार है,
सारी दुनिया करती जय जयकार है,
देखों प्यारे श्याम का ये दरबार हैं,
हर भक्तों का होता बेड़ा पार है।।
स्वर – करिश्मा शर्मा।