सबका है वो प्यारा,
हारे का सहारा है,
धाम है उसका खाटू,
बाबा श्याम हमारा है।।
एक झलक उसकी पाने को,
मन ललचाता है,
सबकी बिगड़ी बात बने,
जो दुखड़ा सुनाता है,
मेरी विपदा हरता,
सबका पालन हारा है,
धाम हैं उसका खाटू,
बाबा श्याम हमारा है।।
उसकी मोरछड़ी का झाड़ा,
जिसको लग जाए,
मुस्काता वो हर पल में,
बुरी नज़र से बच जाए,
शीश का दानी बाबा,
मुखड़ा उसका प्यारा है,
धाम हैं उसका खाटू,
बाबा श्याम हमारा है।।
‘प्रमोद’ को तेरे द्वार से बाबा,
प्यार ही मिल जाए,
मांगे ‘रजत’ वर कलम का तुझसे,
लिखना आ जाए
खाली ना कोई लौटे,
भर देता भंडारा है।,
धाम हैं उसका खाटू,
बाबा श्याम हमारा है।।
सबका है वो प्यारा,
हारे का सहारा है,
धाम है उसका खाटू,
बाबा श्याम हमारा है।।
गायक – प्रमोद त्रिपाठी।
प्रेषक – मयंक गुप्ता।
8006100619