धीन धीन ओ तंवरा री जाई,
दोहा – आठ बरसरी डावडी,
ने पाच बरस रो बीर,
बचपन में मायत मरीया,
ज्याने कुण तो बंधावे धीर।
धीन धीन ओ तंवरा री जाई,
पुंगलगढ परणाई ओ राम,
पुंगलगढ परणाई ओ सुगना बाई,
तडपे सासरे माई ओ राम,
सासरीये मे दुखडा देवे,
सासरीये मे दुखडा देवे,
सुनी रामदेव भाई ओ राम,
धीन धीन ओं तंवरा री जाई।।
बारे बारे बरसा ताई,
तडपे सासरे माई ओ राम,
बारे बारे बरसा ताई,
तडपे सासरे माई ओ राम,
रूनीचे रा रूख दिखादे,
तरसे सुगना बाई ओ राम,
नेनी थकी ने माँ लाड लडायो,
नेनी थकी माँ लाड लडायो,
अब क्यु माने बिसराई ओ राम,
धीन धीन ओं तंवरा री जाई।।
बिलख बिलख ने सुगना रोवे,
सुनी रामदेव भाई ओ राम,
बिलख बिलख ने सुगना रोवे,
सुनी रामदेव भाई ओ राम,
मायड सु मिलवादे बीरा,
कुरजा ज्यु कुरलाई ओ राम,
तडप रही ज्यु जल बिन मछली,
तड़प रही ज्यु जल बिन मछली,
तडपे सुगना बाई ओ राम,
धीन धीन ओं तंवरा री जाई।।
सासु नन्दल मेणा बोले,
कठे बता थारो भाई ओ राम,
सासु नन्दल मेणा बोले,
कठे बता थारो भाई ओ राम,
कामनीयो है कामन गारो,
सुनीयो जावे माने नाही ओ राम,
लेवन आवो मेणो मिटावो,
लेवन आवो मेणो मिटावो,
जद जानु थाने भाई ओ राम,
धीन धीन ओं तंवरा री जाई।।
अरे बीरे हुकम दियो रतना ने,
पुंगलगढ सिधाई ओ राम,
पुंगल रा परिहार रतना ने,
किनो जेला माई ओ राम,
रतनो कैद मे याद करे जद,
आया रामदेव भाई ओ राम,
सुगना बाई री ओलुडी ने,
सुगना बाई री ओलुडी ने,
‘प्रकाश माली’ गाई ओ राम,
धीन धीन ओं तंवरा री जाई।।
धीन धीन ओ तंवरा री जाईं,
पुंगलगढ परणाई ओ राम,
पुंगलगढ परणाई ओ सुगना बाई,
तडपे सासरे माई ओ राम,
सासरीये मे दुखडा देवे,
सासरीये मे दुखडा देवे,
सुनी रामदेव भाई ओ राम,
धीन धीन ओं तंवरा री जाई।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818