धोती कुर्ता बाणा देखया,
प्यार तं लखांणा देखया,
मंद मंद मुस्काणा देखया,
उस गुरु मुरारी लाल का।।
रुप लगै स चांद तं प्यारा,
माथे मोर मुकुट सजारहया,
बैठ हरि गुण गाणा देखया,
प्यार तं लखांणा देखया,
मंद मंद मुस्काणा देखया,
उस गुरु मुरारी लाल का।।
सबके मन की आप जाण ले,
दुध और पाणी ने आप छाण ले,
घणा गजब का सयाणा देखया,
प्यार तं लखांणा देखया,
मंद मंद मुस्काणा देखया,
उस गुरु मुरारी लाल का।।
तेरे चेहरे प तेज निराला,
गल फुलां की सोहणी माला,
होके का गुड़गाणा देखया,
प्यार तं लखांणा देखया,
मंद मंद मुस्काणा देखया,
उस गुरु मुरारी लाल का।।
रोहित शर्मा के हाथ मणि हो,
सचिन दहिया प मेहर घणी हो,
कौशिक जी का गाणा देखया,
प्यार तं लखांणा देखया,
मंद मंद मुस्काणा देखया,
उस गुरु मुरारी लाल का।।
धोती कुर्ता बाणा देखया,
प्यार तं लखांणा देखया,
मंद मंद मुस्काणा देखया,
उस गुरु मुरारी लाल का।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – राकेश कुमार जी।
खरक जाटान(रोहतक)
9992976579