दिल से जो गायेगा,
श्री बाबोसा का नाम,
पल में बन जायेंगे,
उसके बिगड़े काम,
लागी है जिनको भी,
श्री बाबोसा से प्रीत,
खुशियों में झूमते है,
वो तो सुबह शाम,
दिल से जो गायेंगा,
श्री बाबोसा का नाम।।
तर्ज – एक दिन बिक जायेगा।
गम की घटाये,
जब जीवन मे छाये,
खुशियां भी जब हमसे,
ओझल हो जाये,
हिम्मत न हारो,
इन्हें दिल से पुकारो,
भक्तो के खातिर बाबोसा,
दौड़ा दौड़ा आये,
सांसों की सरगम हो,
मन वीणा का तार,
इनके ही चरणों मे,
मिलता है आराम,
दिल से जो गायेंगा,
श्री बाबोसा का नाम।।
मन को लुभाती,
है ये प्यारी सूरत,
हनुमत के जैसी है,
ये तेरी मूरत,
ओ बाबोसा प्यारे,
तेरे नैना मतवारे,
तेरे चरणों मे मिल गई,
है मुझको जन्नत,
कलयुग में साँचा है,
चुरू का दरबार,
‘दिलबर’ जहाँ बेठे है,
श्री बाबोसा सरकार,
दिल से जो गायेंगा,
श्री बाबोसा का नाम।।
दिल से जो गायेगा,
श्री बाबोसा का नाम,
पल में बन जायेंगे,
उसके बिगड़े काम,
लागी है जिनको भी,
श्री बाबोसा से प्रीत,
खुशियों में झूमते है,
वो तो सुबह शाम,
दिल से जो गायेंगा,
श्री बाबोसा का नाम।।
गायिका – प्रियंका जैन।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन, म.प्र. 9907023365