डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें।।
सिंघी नाद बजावत गावत,
सिंघी नाद बजावत गावत,
लटक रही बगली झोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें।।
नाग फणन सो करत आरती,
नाग फणन सो करत आरती,
देव देव गति अनमोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें।।
भालचंद्र सिर गंगा लहरे,
भालचंद्र सिर गंगा लहरे,
हाथ लिए भंग की गोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें।।
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें।।
स्वर – मैथिलि ठाकुर।