डूब चलो दिन माई डूब चलो दिन,
सांझ भई मन्दिर में डूब चलो दिन।।
काहे के मैया दिवला बनो है,
काहे के डारि डोर मोरी मैया,
डुब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
सोने के मैया दिवला बनो है,
रुबा की डारि डोर मोरी मैया,
डुब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
कौना सुहागन दिवरा जरावे,
कौना ने डारि डोर मोरी मैया,
डुब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
सीता सुहागन दिवरा जरावे,
रामा ने डारि डोर मोरी मैया,
डुब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
काहाँ बनी मोरी माई की मढ़ैया,
कौन है रखवारी मोरी मैया,
डुब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
ऊँची पहड़िया बनी माई की मढ़ैया,
लंगुरे है रखवारी मोरी माँ,
डूब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
कुमर सुमर माई तोरे जस गावे,
मैया लगा दो पार मोरी मैया,
डुब चलो दिन माई डुब चलो दिन।।
डुब चलो दिन माई डूब चलो दिन,
सांझ भई मन्दिर में डूब चलो दिन।।
बहुत ही अच्छा है यह भजन
The great bhajan
Bahut hi manbhavan bhajan hai ye,sunkar man jhum jata h.maa k charno me
Mai is bhajn ka bahut hi jyada pasand karta hoo our Mai ise humesha gaya karta hoo