दुनिया बदले चाहे,
बदले सारा संसार,
तुम ना कभी बदलना,
मेरे सांवरिया सरकार।।
तर्ज – सावन महीना।
जितनी परीक्षा लेना,
मन हो तुम्हारा,
लेकिन रहेगा जब तक,
साथ तुम्हारा,
कोई भी हो मुश्किल,
कर जाऊंगा मैं पार,
तुम ना कभी बदलना,
मेरे सांवरिया सरकार।।
प्रीत लगाई तुमसे,
उसे मत तोड़ना,
कुछ भी हो जाए बाबा,
हाथ मत छोड़ना,
तुमने छोड़ दिया तो,
फिर जाऊंगा किस द्वार,
तुम ना कभी बदलना,
मेरे सांवरिया सरकार।।
उंगली पकड़के तुमने,
चलना सिखाया,
कांटो की राहो से,
हँसना सिखाया,
जीवन ये ‘मित्तल’ ने,
बस तुमपे दिया है वार,
तुम ना कभी बदलना,
मेरे सांवरिया सरकार।।
दुनिया बदले चाहे,
बदले सारा संसार,
तुम ना कभी बदलना,
मेरे सांवरिया सरकार।।
स्वर – कन्हैया मित्तल।