दुनिया का है दाता,
वो बाबा श्याम हमारा,
हारे का सहारा,
वो है हारे का सहारा।।
तर्ज – सारी दुनिया प्यारी।
दर दर ठोकर खा कर आया,
बचा ना कोई द्वारा,
पलकों की है सेज सजाई,
बहती अँसुअन धारा,
तुमको ही पुकारा मैंने,
तुमको ही पुकारा,
हारे का सहारा,
वो है हारे का सहारा।।
बीच भवर में नैया मेरी,
दीखता नहीं खिवैया,
भव से पार लगाने वाले,
आ जाओ कन्हैया,
एक तू ही है हमारा,
बस तू ही है हमारा,
हारे का सहारा,
वो है हारे का सहारा।।
मतलब की है दुनिया सारी,
कैसे करूँ गुज़ारा,
हाथ पकड़ लो आकर के अब,
दिखता नहीं किनारा,
‘युवी’ है तुम्हारा,
बाबा युवी है तुम्हारा,
हारे का सहारा,
वो है हारे का सहारा।।
दुनिया का है दाता,
वो बाबा श्याम हमारा,
हारे का सहारा,
वो है हारे का सहारा।।
Singer / Writer – Yuvraj Soni Yuvi