दुनिया में डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से,
हो मेरे श्याम तेरी जयकारों से,
तेरे भक्तों की गुंजारों से,
दुनिया मे डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से।।
तर्ज – दुनिया में देव हजारों है।
बिन मांगे सब कुछ मिलता है,
मेरे सांवरिया सरकार से,
दुनिया से फिर क्यों मांगू मैं,
क्या लेना मुझे संसार से,
मैं तो झूम झूम के नाचू रे,
मैं तो झूम झूम के नाचू रे,
मेरी यारी हो गई श्याम से,
दुनिया मे डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से।।
जो हार के दुनियादारी से,
श्री श्याम शरण में आते हैं,
मेरे श्याम लगाते उनको गले,
फिर कभी ना वो घबराते हैं,
मेरी बाहें थामी श्याम ने है,
मेरी बाहें थामी श्याम ने है,
मुझे डरने की क्या बात है,
दुनिया मे डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से।।
जैसी भी तेरी मर्जी हो,
मैं तेरी रजा में राजी श्याम,
‘शुभी’ कि इतनी विनती है,
मेरे हरदम संग में रहना श्याम,
‘शुभी’ पर रखना अपनी दया,
‘शुभी’ पर रखना अपनी दया,
‘राही’ भी तेरा सवाली है,
दुनिया मे डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से।।
दुनिया में डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से,
हो मेरे श्याम तेरी जयकारों से,
तेरे भक्तों की गुंजारों से,
दुनिया मे डंका बाज रहा,
मेरे श्याम तेरी जयकारों से।।
स्वर – शुभी सरगम।