द्वारका पूरी सु बाबो आया तो खरी,
श्लोक – हालो हरजी देवरे,
मिलसी रामा पीर,
दुखिया ने सुखिया करो,
बाबो साजा करे शरीर।
द्वारका पूरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
धोला धोला नेजा धनि रे चाडु तो खरी,
दुर्बलियो देखेने दर्शन देवजो हरी,
दुर्बलियो देखेने दर्शन देवजो हरी।।
प्रहलादा रे बेले बावजी आया तो खरी,
तपियोडे खम्बे सु बाथा आप तो भरी,
द्वारकापुरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
सरिया दे री बेले बावजीआया तो खरी,
बलतोड़ा नेवा में बच्छीया तारिया हरी,
द्वारकापुरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
मीरा रे मेडतड़ी रे बेले तो आया खरी,
विष रा रे प्याला ने अम्रत कीना थेहरी,
द्वारकापुरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
नरसी भक्त रे बेले सांवरो आया तो खरी,
नैनी बाई रे मायरा में पोठली धरि,
द्वारकापुरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
भीनमाल रे गुदरे में आवो तो खरी,
मंदरियो सुनायो भीखे देखे तो हरी,
द्वारकापुरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
द्वारका पूरी सु बाबो आया तो खरी,
दुर्बलियो देखेंन दर्शन देवजो हरी।।
गायक – प्रकाश माली जी।
भजन प्रेषक – श्रवण सिंह राजपुरोहित।
सम्पर्क – +91 90965 58244
अच्छा