ऐड़ो कलयुग आयो,
दोहा – समाज सुधारो समाज बणाओ,
मत करो खेचा ताण,
उम्र सारी बीतगी,
भाई अब थोड़ो पाछो नाळ।
आयो कलजुग देखो पावणों,
हरी नाम नहीं भायो,
माँ बाप ने भूंडो बोले,
अरे देय जन्म पछतायो,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
थारो दोष कोनी रे बेटा,
ऐड़ो जमानो आयो,
सतयुग माही साँच बोलता,
कलयुग पाप कमायो,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
बहन बेटी रा पईसा लेवे,
कन्या दान करायो,
भरी पंचायत में होवें सब भेला,
बेटी बेच कर खायो,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
मौत मरतंग में पंच बण जावे,
केवे तेल घणो भरायो,
पईसा लेके काम सुधारे,
कुण ऐड़ो पंच बणायो,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
परणीयोडी ने पाछी परणावे,
ऐड़ो जमानो आयो,
राम जी कने लेखो भरसी,
सीधो नरक में जायो,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
सत री संगत में कदीयन बैठे,
केवे गंगाजी में नहायो,
झूठ कपट मत राखो रे भाया,
मुंगो जन्म गमायो,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
सत संगत में जावो रे भाया,
ऊंच नीच मत राखो,
मारा तिलक पर राड़ करो,
मत भगवा ने ओळखाओ,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
माधव सिंह जी ने आग्या गाणा,
लिख परवानो बतावे,
गणेश गिरी भजनों में गावे,
आसू धुँवाला संग में गावे,
सांची बात बतावे,
मना भाई ऐडो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
आयो कलजुग देखो पावणों,
हरी नाम नहीं भायो,
माँ बाप ने भूंडो बोले,
अरे देय जन्म पछतायो,
मना भाई ऐड़ो कलयुग आयो,
भाई ऐडो जमानो आयो।।
गायक – गणेश गिरी लोहार व आसू लोहार।
9783614205
लेखक – संत श्री माधव सिंह जी साहेब।
प्रेषक – रामेश्वर लाल पँवार।
आकाशवाणी सिंगर।
9785126052