एक बार भेज बुलावो,
खाटू आणो चाहूं मैं,
आणो चाहूं मैं सांवरा,
आणो चाहूं मैं,
एक बार भेज बुलावों,
खाटू आणो चाहूं मैं।bd।
इसी पर तर्ज – ना देणो तो ना करदे।
मात पिता की पकड़ आंगली,
मैं तो खाटू आता,
बाबा मैं तो खाटू आता,
तोतली तोतली भाषा में मैं,
थाने भजन सुनाता,
बाबा थाने भजन सुनाता,
बैठ गोद में थारी भजन,
बैठ गोद में थारी भजन,
सुनानो चाहूँ मैं,
एक बार भेज बुलावों,
खाटू आणो चाहूं मैं।bd।
म्हासु काई भूल हो गई,
म्हाने थे बिसराया,
बाबा म्हाने थे बिसराया,
म्हासु रूस्या म्हारा दाता,
खाटू नहीं बुलाया,
बाबा खाटू नहीं बुलाया,
भूल चूक बाबा थासु मैं तो,
भूल चूक बाबा थासु,
माफ़ करानो चाहूँ मैं,
एक बार भेज बुलावों,
खाटू आणो चाहूं मैं।bd।
बिछड़ थारे से सेवक थारा,
रोज घणो दुःख पावे,
बाबा रोज घणो दुःख पावे,
याद में थारी आख्या म्हारी,
झर झर नीर बहावे,
बाबा झर झर नीर बहावे,
मन की बातां थाने ही,
मन की बातां थाने ही,
बतलानो चाहूँ मैं,
एक बार भेज बुलावों,
खाटू आणो चाहूं मैं।bd।
लिख दई अर्जी बाबा थाने,
आगे मर्जी थारी,
बाबा आगे मर्जी थारी,
भेज संदेसो मैं भी करल्यूं,
आवन की तयारी,
बाबा आवन की तयारी,
‘रोमी’ संग फागण में,
‘रोमी’ संग फागण में,
ध्वजा चढ़ानो चाहूँ मैं,
एक बार भेज बुलावों,
खाटू आणो चाहूं मैं।bd।
एक बार भेज बुलावो,
खाटू आणो चाहूं मैं,
आणो चाहूं मैं सांवरा,
आणो चाहूं मैं,
एक बार भेज बुलावों,
खाटू आणो चाहूं मैं।bd।
स्वर / रचना – सरदार रोमी जी।