एक तुम्हीं आधार सद्गुरु,
श्लोक – ध्यानमूलं गुरुर्मूर्ति,
पूजामूलं गुरुर्पदम्।
मन्त्रमूलं गुरुर्वाक्यं,
मोक्षमूलं गुरूर्कृपा।
बीच भँवर में नाव हमारी,
कोई न खेवनहार,
नैया कर दो पार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार,
एक तुम्हीं आधार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार।।
जब तक मिलो न तुम जीवन में,
शान्ति कहाँ मिल सकती मन में,
खोज फिरा संसार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार,
एक तुम्ही आधार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार।।
कैसा भी हो तैरन हारा,
मिले न जब तक शरण सहारा,
हो न सका उस पार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार,
एक तुम्ही आधार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार।।
हे प्रभु तुम्हीं विविध रूपों में,
हमें बचाते भव कूपों से,
ऐसे परम उदार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार,
एक तुम्ही आधार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार।।
हम आये है द्वार तुम्हारे,
अब उद्धार करो दुःखहारे,
सुनलो दास पुकार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार,
एक तुम्ही आधार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार।।
छा जाता जग में अंधियारा,
तब पाने प्रकाश की धारा,
आते तेरे द्वार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार,
एक तुम्ही आधार सद्गुरु,
एक तुम्ही आधार।।
Singer – Shubham Nadaan
Upload By – Ravindra Kumar
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