फागुन का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरा बाबा लखदातार,
कर दे नैया भव से पार,
अब मैं इससे ज्यादा क्या कहूं,
मेरा सांवरा मन को भा गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए।bd।
तर्ज – दिल चोरी साडा।
है लीले की असवारी,
वो तीन बाण का धारी,
संकट पल में हर लेता,
ये भक्तों हितकारी,
वो मोरछड़ी लहरा गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए।bd।
बाजे ढोल नगाड़े,
सब नाचे श्याम के द्वारे
भक्तों की लगी कतारे,
सब बोल रहे जयकारे,
हारे का सहारा आ गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए।bd।
कांधे पे निशान रख के,
जो भी रिंगस से लाया,
सांवरिया ने फिर उसका,
हर बिगड़ा काम बनाया,
और ‘सुमित’ भी खाटू आ गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए।bd।
फागुन का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरा बाबा लखदातार,
कर दे नैया भव से पार,
अब मैं इससे ज्यादा क्या कहूं,
मेरा सांवरा मन को भा गया,
चल चलिए चल चलिए,
मेरे श्याम का मेला आ गया,
चल चलिए चल चलिए।bd।
Singer – Sumit Saini