गाड़ी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई,
ना मिले ओ भाङो किरायों,
ना मजदुरी मेरा भाई,
इण गाङी में वोई नर बेठे,
ज्याने माजीसा बुलाई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
जसोलगढ री मावङी म्हारे,
सिर पर हाथ धराई,
माजीसा रे द्वारे आया,
खाली हाथ ना जाई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
सांचों है दरबार माजीसा रो,
मन री आस पुराई,
बांजिया ने मां पुत्र देवे,
दुःखियो रा दुःखङा मिटाई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
माजीसा भटियाणी रा परचा,
नवखंडा रे माई,
जो कोई सुमिरे साचा मन सूं,
ज्याने पार लगाई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
राख भरोसो शरणे आया,
माँ परिक्रमा लगाई,
म्हारी नांवङी पार लगाईजो,
भवसागर रे माई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
दास खेराज मां माजीसा ने,
नित उठ धोक लगाई,
जोगाराम प्रजापत गावे,
मां हरदम साथ निभाई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
गाड़ी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई,
ना मिले ओ भाङो किरायों,
ना मजदुरी मेरा भाई,
इण गाङी में वोई नर बेठे,
ज्याने माजीसा बुलाई,
गाडी रे म्हारी सीधी जसोलगढ जाई,
ज्यामे बैठ चलो मेरा भाई।।
गायक – जोगाराम प्रजापत।
हाथीतला बाङमेर।
9587984999