गांव रे मोलेला माई,
मंदिर बनियो भारी ओ,
दुखिया आवे ओ मैया जातरी,
चालो मोलेला ऊँचा मंगरा पे,
खेड़ादेवी बेटा जी,
दर्शन कर लो जी,
चालो मोलेला ऊँचा मंगरा पे,
खेड़ादेवी बेटा जी,
दर्शन कर लो जी।।
दुखिया सुखिया सरना माई,
लुल लुल हात जोड़े ओ,
दुखिया सुखिया सरना माई,
लुल लुल ढोक लगावे ओ,
छोटा मोटा टाबर आवे मोकला,
चालो मोलेला ऊँचा मंगरा पे,
खेड़ादेवी बेटा जी,
दर्शन कर लो जी।।
ढोल नगारा माताजी रे,
नोपत गेरी बाजे ओ,
ढोल नगारा माताजी रे,
नोपत गेरी बाजे ओ,
खन खन बजावे भेरू गुगरा,
देव दर आवता,
माता संग खेलता,
बावन भेरू आवता,
चालो मोलेला।।
दरवाजा सु सीधी सडका,
मंदिर माई आवे ओ,
दरवाजा सु सीधी सडका,
मंदिर माई आवे ओ,
मोटी सराया भारी देवरो,
चालो मोलेला ऊँचा मंगरा पे,
खेड़ादेवी बेटा जी,
दर्शन कर लो जी।।
सिंह री असवारी मारी,
खेड़ादेवी आवे ओ,
सिंह री असवारी मारी,
खेड़ादेवी आवे ओ,
भक्तों रा दुखड़ा मैया काटती,
तिरसुल हाथ मे,
डमरू हाथ मे।।
अगल बगल में ओर देवता,
मंदिर भारी सोवे ओ,
अगल बगल में ओर देवता,
मंदिर भारी सोवे ओ,
सरने आया री,
लजिया राख सी,
खेड़ी में देवराज जी,
उदावता में उमड़ा बावजी,
सरने में आया ओ,
लजिया रखो नी।।
देव धनी के मंदिर माई,
माली समाज बोले ओ,
भगवत यो सरना सीस नमावतो,
ओ तलसु आवजो,
गीत बजाव जो,
जूम जूम नासजो,
लजिया राख जो।।
गांव रे मोलेला माई,
मंदिर बनियो भारी ओ,
दुखिया आवे ओ मैया जातरी,
चालो मोलेला ऊँचा मंगरा पे,
खेड़ादेवी बेटा जी,
दर्शन कर लो जी,
चालो मोलेला ऊँचा मंगरा पे,
खेड़ादेवी बेटा जी,
दर्शन कर लो जी।।
गायक – भगवती लाल सुथार।
प्रेषक – मगन लाल प्रजापति मोलेला