गजानन के गुण गाये जा,
तू सोये भाग्य जगाये जा,
सुख दुःख सारे भूल उन्हीं का,
ध्यान लगाये जा,
गजानन के गुण गायें जा,
तू सोये भाग्य जगाये जा।।
पिता है इनके महादेव,
और पार्वती जी माता है,
रिद्धि सिद्धि के प्राणप्रिय,
और कार्तिकेय जी भ्राता है,
इन्हें समझ तू भी अपना,
इनको अपनाये जा,
गजानन के गुण गायें जा,
तू सोये भाग्य जगाये जा।।
ये शुभ गुण शुभ सदन,
और शुभधाम प्रभु कहलाते है,
चरण सहारा जिसे मिले,
उसके सब दुख मिट जाते है,
पूजा कर इनकी तू भी,
सब कष्ट मिटाये जा,
गजानन के गुण गायें जा,
तू सोये भाग्य जगाये जा।।
गजानन के गुण गाये जा,
तू सोये भाग्य जगाये जा,
सुख दुःख सारे भूल उन्हीं का,
ध्यान लगाये जा,
गजानन के गुण गायें जा,
तू सोये भाग्य जगाये जा।।
गायक / प्रेषक – मनोज कुमार खरे।