गजानंद नमन करो स्वीकार,
विनायक नमन करो स्वीकार,
रिद्धि सिद्धी शुभ कारज करता,
माँ अमिया रा लाल,
गजानंद नमन् करों स्वीकार,
विनायक नमन् करो स्वीकार।।
तर्ज – आज मेरे यार की।
प्रथम मैं थाने ध्यावु,
शारदा मात मनावु,
काम सब मंगल करजो,
आपने शिश झुकावु हो ओ,
सब देवों संग आप पधारो,
सुंडाला महाराज,
गजानंद नमन् करों स्वीकार,
विनायक नमन् करो स्वीकार।।
आप हो दुन्द दूण्डाला,
सुन्दर अति रूप निराला,
मोदक को भोग लगावु,
गवरजा मात के प्यारा हो ओ,
मुषक सवारी आप पधारो,
जोवा मै थारी बाट,
गजानंद नमन् करों स्वीकार,
विनायक नमन् करो स्वीकार।।
आप हो अति दयालु,
गणेशा ओ कृपालु,
लगन मोहे लगी तिहारी,
आओ आसन ढालु हो ओ,
आप पधारीया हर्ष होवेला,
आनंद आंगन माय,
गजानंद नमन् करों स्वीकार,
विनायक नमन् करो स्वीकार।।
विनायक अरजी सुनलो,
मेरे सिर हाथ धर दो,
मै हा अज्ञानी बालक,
ज्ञान का दान करदो हो ओ,
‘लखन चौधरी’ शरने आपरी,
‘सुनीता स्वामी’ गाई,
गजानंद नमन् करों स्वीकार,
विनायक नमन् करो स्वीकार।।
गजानंद नमन करो स्वीकार,
विनायक नमन करो स्वीकार,
रिद्धि सिद्धी शुभ कारज करता,
माँ अमिया रा लाल,
गजानंद नमन् करों स्वीकार,
विनायक नमन् करो स्वीकार।।
गायक – सुनीता जी स्वामी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818
Bot hi sundar bhajan