गजमुख धारी जिसने तेरा सच्चे मन से जाप किया लिरिक्स

गजमुख धारी जिसने तेरा, सच्चे मन से जाप किया, ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने, ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने, सिध्द मनोरथ आप किया, गजमुख धारी जिसनें तेरा, सच्चे मन से जाप किया।। तुझ चरणों की ओर लगन से, जो साधक बढ़ जाता है, सौ क़दम तु चलके दाता, उसको गले लगाता है, अंतरमन के भाव … Continue reading गजमुख धारी जिसने तेरा सच्चे मन से जाप किया लिरिक्स