गाँव रुणिचे वाला बाबा,
दर्शन म्हाने दे दीजो,
निज चरणा में रामदेवजी,
चाकर म्हाने रख लिजो।।
अजमलजी रा लाल आपरी,
महिमा जग सु न्यारी है,
थारे भक्ता ने तो लागे,
मुरत थारी प्यारी है,
भोळा भक्ता माथे बाबा,
किरपा थोडी कर दिजो,
निज चरणा में रामदेवजी,
चाकर म्हाने रख लिजो।।
द्वार आपरे रामदेवजी,
दिन दुखी सब आवे है,
धुप दिप कर ध्यान लगावे,
चरणा शिश नवावे है,
म्हे तो टाबर थारा बाबा,
हेलो म्हारो सुन लिजो,
निज चरणा में रामदेवजी,
चाकर म्हाने रख लिजो।।
महिमा थारी रामदेवजी,
दास अशोक सुनावे है,
साँझ सबेरे भक्तीभाव सु,
थारा ही गुण गावे है,
बिच भंवरमे डोले नैय्या,
भवसु पार लगा दीजो,
निज चरणा में रामदेवजी,
चाकर म्हाने रख लिजो।।
गाँव रुणिचे वाला बाबा,
दर्शन म्हाने दे दीजो,
निज चरणा में रामदेवजी,
चाकर म्हाने रख लिजो।।
गायक / प्रेषक – दिनेश शर्मा।
धामनगाव 9423427668
लेखक – श्री अशोक दाधिच।