गौरा हमरी खातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे,
एक लोटा भांग तू लाईदे,
लाइकर के हमका पिलाइदे,
गौरा हमरी ख़ातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे।।
काजू किसमिस नहीं चाहिए,
पेड़ा बर्फी नही चाहिए,
बस हरी हरी भंगिया,
सिलबट्टे में पिसवाइदे,
गौरा हमरी ख़ातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे।।
सावन आया घूम घूम के,
नाचेंगे सब झूम झूम के,
बस हाथ में तू हमरे,
हमरा डमरू पकड़ाईदे,
गौरा हमरी ख़ातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे।।
भंग का रंग चढ़ाइदो हमका,
सावन में झूला झुलाइदो हमका,
थोड़ी थोड़ी सबका,
थोड़ी ‘विक्की’ का पिलाइदे,
गौरा हमरी ख़ातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे।।
गौरा हमरी खातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे,
एक लोटा भांग तू लाईदे,
लाइकर के हमका पिलाइदे,
गौरा हमरी ख़ातिर,
एक लोटा भांग तू लाईदे।।
Singer – Vikas Agarwal Vicky
Kanpur wale – 6394332715