घर में पधारो मेरी अम्बे माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ,
आओ मेरी माँ आओ मेरी माँ,
आओ मेरी माँ आ भी जाओ मेरी माँ,
घर में पधारों मेरी अम्बें माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ।।
तर्ज – मन में बसाकर तेरी मूर्ति।
कब से तेरी राह तकूं आओ मेरी माँ,
नैनो कि ये प्यास अब बुझाओ मेरी माँ,
बिन तेरे ये घर लागे वीराना,
अब तो दुनिया वाले भी मारते ताना,
घर में पधारों मेरी अम्बें माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ।।
ज़िंदग़ी की डोर मेरी तेरे हवाले,
डूब रहा बीच भंवर अब तो बचा ले,
तेरे सिवा माँ कोई ना मेरा,
चारों तरफ़ा दिखें अब तो अंधेरा,
घर में पधारों मेरी अम्बें माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ।।
जब भी तेरा नाम लिया काम हुआ माँ,
गिरते हुए बालक को थाम लिया माँ,
तु ममता की दुलार दे दे अपना प्यार,
होगा ना खाली माँ तेरा भंडार,
घर में पधारों मेरी अम्बें माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ।।
कृपा करो खुशियां भरो दामन में माँ,
अपने पावन चरण रखो आँगन में माँ,
अमन भक्त ये तेरा पुजारी,
निश दिन करे माँ सेवादारी,
घर में पधारों मेरी अम्बें माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ।।
घर में पधारो मेरी अम्बे माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ,
आओ मेरी माँ आओ मेरी माँ,
आओ मेरी माँ आ भी जाओ मेरी माँ,
घर में पधारों मेरी अम्बें माँ,
कष्ट निवारो मेरी अम्बे माँ।।
गायक / लेखक – सुधीर राजपूत।
म्यूज़िक – DN मिश्रा जी।
अपलोड – शंकर यादव।
7982956590