घोडलियो ओ घोडलियो,
घोड़लियो दौड़यो आवे जी,
थारे पर्चा रो पायो कोनी पार,
घोडलियो दोड्यो आवे जी।।
म्हारो बाबो ओ म्हारो बाबो,
पर्चा दिखावे जी,
थारे पर्चा रो पायो कोनी पार,
घोडलियो दोड्यो आवे जी।।
आंधलिया ओ आंधलिया,
दुवारे आवे जी,
कोई आंधीया न आँखड्या दिराये,
घोडलियो दोड्यो आवे जी।।
बांन्यो बोहीतो ओ,
थाने बुलावे जी,
थे डूबत जाज तिराई म्हारा राम,
घोडलियो दोड्यो आवे जी।।
भाटी हरजी,
पल पल ध्यावे जी,
जम्मा जागण लगावे सारी रात,
घोडलियो दोड्यो आवे जी।।
घोडलियो ओ घोडलियो,
घोड़लियो दौड़यो आवे जी,
थारे पर्चा रो पायो कोनी पार,
घोडलियो दोड्यो आवे जी।।
गायक – गोपाल सोनी।