घोड़ले रे चढेने रे आवो,
मुंगडा रा मामाजी।
दोहा – मोमा भयो भोमिया,
सिवरू दिन ने रात,
भीड़ पडे जद आवजो,
एक हाके रे हलकार।
घोड़ले रे चढेने रे आवो,
मुंगडा रा मामाजी,
घोडले रे चढेने रे आवो,
मुंगडा रा मामाजी,
अरे दुनिया थारे दर्शन आवे,
दर्शन देवो मामाजी,
अरे दुनिया थारे द्वारे आवे,
दर्शन देवो मामाजी।।
अरे इन कलयुग मे एक आसरो,
प्यारो थारो मामाजी,
अरे इन कलयुग मे एक आसरो,
प्यारो थारो मामाजी,
अरे थारे द्वारे जो कोई आवे,
किरपा राखो मामाजी,
भगता रे बुलाया रे वेगा आवो,
मुंगडा रा मामाजी।।
घोडले रे चढेने रे आवो,
मुंगडा रा मामाजी,
घोडले रे चढेने रे आवो,
मुंगडा रा मामाजी,
अरे दुनिया थारे दर्शन आवे,
दर्शन देवो मामाजी,
अरे दुनिया थारे द्वारे आवे,
दर्शन देवो मामाजी।।
गायक – श्याम पालीवाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818