गोवर्धन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी,
लेना हमारी सुध,
लेना हमारी,
आए शरण तिहारी जी,
सुध लेना हमारी,
गोवर्धंन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी।।
मोर मुकुट पीताम्बर सोहे,
मोर मुकुट पीताम्बर सोहे,
कुण्डल की छवि न्यारी जी,
सुध लेना हमारी,
गोवर्धंन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी।।
तुम बिन हमरी कौन खबर ले,
तुम बिन हमरी कौन खबर ले,
मेरे बांके बिहारी जी,
सुध लेना हमारी,
गोवर्धंन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी।।
भरी सभा में द्रोपदी पुकारे,
भरी सभा में द्रोपदी पुकारे,
आ रखना लाज हमारी जी,
सुध लेना हमारी,
गोवर्धंन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी।।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
संतन के हितकारी जी,
सुध लेना हमारी,
गोवर्धंन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी।।
गोवर्धन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी,
लेना हमारी सुध,
लेना हमारी,
आए शरण तिहारी जी,
सुध लेना हमारी,
गोवर्धंन गिरधारी जी,
सुध लेना हमारी।।
स्वर – साध्वी पूर्णिमा दीदी जी।