गुरु चरण कमल बलिहारी रे गुरुदेव भजन लिरिक्स
गुरु चरण कमल बलिहारी रे, मेरे मन की दुविधा टारि रे, गुरु चरण कमल बलिहारी रे।। भव सागर में नीर अपारा, डूब रहा नहीं मिले किनारा, पल में लिया उबारी रे, गुरु चरण कमल बलिहारि रे, मेरे मन की दुविधा टारि रे, गुरु चरण कमल बलिहारी रे।। काम क्रोध मद लोभ लुटेरे, जनम जनम के … Continue reading गुरु चरण कमल बलिहारी रे गुरुदेव भजन लिरिक्स
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