गुरुजी जींझे वालो धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
गुरुजी बगरैवाले धोरे आवां,
आकर के धोक लगावा,
गुरुजी जींझे वालों धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
गुरुजी थारे घीरत खोपरा लावां,
ला करके थाने चढ़ावा,
गुरुजी जींझे वालों धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
गुरूजी थारे जींजाले रो पर्चों भारी,
ध्यावे दुनिया सारी,
गुरुजी जींझे वालों धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
थे स्वर्गा पूरी रा वाशी,
थारी जग मै ज्योत परकाशी
गुरुजी जींझे वालों धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
गुरूजी रवि सोढा हरजस गांवे,
धोरै री महीमा सुणावै,
गुरुजी जींझे वालों धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
गुरुजी जींझे वालो धोरों,
म्हाने फुटरो लागे।।
गायक – साखी सम्राट रवि सोढ़ा।
जैसलां जोधपुर।
7727991652