हार के आया सांवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ,
कुछ और नहीं मैं चाहूँ,
बस दे दो अपना साथ,
हार के आया साँवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ।।
तर्ज – देना हो तो दीजिये।
देख लिया है ये जग सारा,
कोई नहीं मेरा अपना,
दिल से जिसे भी अपना माना,
तोड़ गया वो ही सपना,
टूटे इस दिल को बाबा,
तुम रख लो अपने पास,
हार के आया साँवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ।।
झूठे जग के साथी सारे,
मिलता सच्चा यार नहीं,
झूठी आस दिखते सारे,
बिन स्वारथ यहाँ प्यार नहीं,
तूने ही आके निभाया,
जब जब भी बिगड़ी बात,
हार के आया साँवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ।।
तेरी कृपा से ही सांवरिया,
मेरा ये परिवार पले,
करने वाले आप कन्हैया,
मेरा ये संसार चले,
बस यूँ ही बनाये रखना,
ये प्रेम की सौगात,
हार के आया साँवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ।।
तेरे चरणों की धूलि बाबा,
ये ही मेरी दौलत है,
जो कुछ भी है पास में मेरे,
सब कुछ तेरी बदौलत है,
चरणों से लगा के रखना,
मुझको यूँ ही दिन रात,
हार के आया साँवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ।।
हार के आया सांवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ,
कुछ और नहीं मैं चाहूँ,
बस देदो अपना साथ,
हार के आया साँवरे,
पकड़ लो मेरा हाथ।।
Singer & Writer – Kunwar Deepak