हमें वृन्दावन बुलालो,
सुनले ओ राधा प्यारी,
सुनले ओ राधे प्यारी,
हरिदास की दुलारी,
हमें श्याम रस पिला दो,
सुनले ओ राधा प्यारी,
हमे वृंदावन बुलालों,
सुनले ओ श्यामा प्यारी।।
तेरे नाम की ये महिमा,
जग में गूँज रही है,
तेरा दरश पाने को,
दुनिया तरस रही है,
इन आँखों से निहारे,
मोहिनी सूरत तुम्हारी,
हमे वृंदावन बुलालों,
सुनले ओ श्यामा प्यारी।।
हम जिसके पीछे घूमे,
वो घूमे तेरे पीछे,
हम है दीवाने जिसके,
वो है दीवाने तेरे,
हमें श्याम से मिला दो,
सुनले ओ ब्रज किशोरी,
हमे वृंदावन बुलालों,
सुनले ओ श्यामा प्यारी।।
तेरे दर पे जब मैं आऊं,
सुध बुध ये खो मैं जाऊं,
देख बरसाना तेरा,
तुझमे ही रम मैं जाऊं,
हमें चरणों से लगा लो,
वृषभानु की दुलारी,
हमे वृंदावन बुलालों,
सुनले ओ श्यामा प्यारी।।
ब्रज की गली गली में,
श्री राधे राधे गूंजे,
इस धरा के कण कण में,
रस प्रेम का ये बरसे,
‘आशीष’ को बुला लो,
सुनले ओ राधा प्यारी,
हमे वृंदावन बुलालों,
सुनले ओ श्यामा प्यारी।।
हमें वृन्दावन बुलालो,
सुनले ओ राधा प्यारी,
सुनले ओ राधे प्यारी,
हरिदास की दुलारी,
हमें श्याम रस पिला दो,
सुनले ओ राधा प्यारी,
हमे वृंदावन बुलालों,
सुनले ओ श्यामा प्यारी।।
Singer – Prity / Pakhi Sharma