तू लगावा हा भभूति,
अंग अंग भोला जी,
हमरो दर्शन दे दा,
गौरा जी के संग भोला जी।।
दुनिया है मतलब के,
मतलब के सब यार है,
स्वार्थ में साधुओं के,
बदल गेल विचार है,
येही से हो गेल हे दुनिया से,
मोह भंग भोला जी,
हमरों दर्शन दे दा,
गौरा जी के संग भोला जी।।
भूली गेल है पूजा पाठ,
चढ़ाबे बेल पतरी,
भजन भी करेले भूलल,
घरबा के भीतरी,
नाम लेके पिए हे खाली,
गांजा भंग भोला जी,
हमरों दर्शन दे दा,
गौरा जी के संग भोला जी।।
तू लगावा हा भभूति,
अंग अंग भोला जी,
हमरो दर्शन दे दा,
गौरा जी के संग भोला जी।।
गायक व गीतकार – महेश कुमार मोनू।
मो. 9264206929