हंसला उड़ जा,
उड़ जा हंस वाली चाल,
बुगलां री चाल्यां हंसला छोड़ दे।।
हंसला चुगले चुगले,
मोतीड़ां रो चूंण,
मच्छीयां नें खाणी हंसा छोड़ दे।।
हंसला बोलो बोलो,
कोयल जेड़ा बोल,
कांगा री बोली हंसा छोड़ दे।।
हंसला नहा ले नहा ले,
समुदरीयां रे मांय,
छीलर रो न्हाणो हंसा छोड़ दे।।
हंसला बैठो बैठो,
सत री संगत रे मांय,
पापीड़ां रो संग हंसा छोड़ दे।।
हंसला बोल्या बोल्या,
सन्त कबीर,
भजनां में मनड़ो जोड़ दे।।
हंसला उड़ जा,
उड़ जा हंस वाली चाल,
बुगलां री चाल्यां हंसला छोड़ दे।।
गायक – भगवत सुथार।
Very good 👍 👏 👌
मनवा काची रे काया को काई गर्ब करे ये भजन लिखित मे नहीं आ रहा है प्लीज सर