हर दिन मेला है,
यहाँ पे तेरा,
हर दिन मेला हैं,
क्या कहने की बारह महीने,
भक्तों का रेला है,
हर दिन मेला हैं।।
दर्शन को तेरे लम्बी कतारे,
गूंज रहे तेरे जय जयकारे,
मंदिर के बाबा तेरे अजब नज़ारे,
श्याम सजीला है यहाँ पे मेरा,
श्याम सजीला है,
के दूजा ना इस जैसा,
ये देव रंगीला है,
क्या कहने की बारह महीने,
भक्तों का रेला है,
हर दिन मेला हैं।।
दूर दूर से सेवक आए,
पेट के के बल कोई लेटके आए,
पैदल कोई कोई पसर के आए,
बड़ा अलबेला है,
ये लीले वाला बड़ा अलबेला है,
के संग संग रहता है श्याम,
यहाँ कोई ना अकेला है,
क्या कहने की बारह महीने,
भक्तों का रेला है,
हर दिन मेला हैं।।
जब ग्यारस की ज्योत जगा ली,
लगता है मानो आई दिवाली,
खाटू की है हर रात निराली,
श्याम की लीला है,
खाटू में मेरे श्याम की लीला है,
ये रुतबा है ‘हर्ष’ बड़ा,
ये देव हठीला है,
Bhajan Diary Lyrics,
क्या कहने की बारह महीने,
भक्तों का रेला है,
हर दिन मेला हैं।।
हर दिन मेला है,
यहाँ पे तेरा,
हर दिन मेला हैं,
क्या कहने की बारह महीने,
भक्तों का रेला है,
हर दिन मेला हैं।।
Singer – Rajnish Sharma