हर किसी के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला,
दुःख हो चाहे सुख दोनों में,
बन जाता ये घरवाला,
हर किसीं के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला।।
तर्ज – हर किसी को नहीं।
अपनों के खातिर ये हाज़िर,
रहता है मेरा ये श्याम धणी,
हो संकट चाहे कितना बड़ा,
लहराकर हाथ की मोरछड़ी,
लहराकर हाथ की मोरछड़ी,
बन जाता रखवाला,
मेरा श्याम खाटू वाला,
हर किसीं के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला।।
ये करता सबकी फ़िक्र बहुत,
सबके बारे में सोचे ये,
बहते आँखों के आंसू को,
खुद अपने हाथों से पोंछे ये,
खुद अपने हाथों से पोंछे ये,
ये बड़ा है दिलवाला,
मेरा श्याम खाटू वाला,
हर किसीं के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला।।
हाथों की चंद लकीरे जब,
आपस में जुदा हो जाती हैं,
मेरे श्याम प्रभु की किरपा से,
‘कुंदन’ फिर वो मिल जाती है,
‘कुंदन’ फिर वो मिल जाती है,
खोले किस्मत का ये ताला,
मेरा श्याम खाटू वाला,
हर किसीं के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला।।
हर किसी के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला,
दुःख हो चाहे सुख दोनों में,
बन जाता ये घरवाला,
हर किसीं के संग रहता,
मेरा श्याम खाटू वाला।।
Singer – Sumitra Banerjee