हारा हूँ मैं देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम,
जाऊं कहाँ,कोई नही है,
श्याम मेरा सहारा हो तुम,
मेरे श्याम श्याम मेरा सहारा हो तुम,
हारा हूँ मै देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम।।
तर्ज – तेरे नाम हमने किया है।
दुनिया ने ठुकराया,
तुम तो अपनाओ,
करुणा के सागर हो,
करुणा बरसाओ,
भटका हुआ हूँ,
अब तो रस्ता दिखलाओ,
लो पकड़ो हाथ मेरा,
इतना ना तड़पाओ,
गिर ना पडूँ, गिर ना पडूँ,
मुझ को सम्भालो,
मेरा तो सहारा हो तुम,
मेरे श्याम मेरा तो सहारा हो तुम,
हारा हूँ मै देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम।।
अटकी है मझधार बीच में,
नाव मेरी,
है घनघोर तूफ़ान पुरानी,
नाव मेरी,
माँझी बनकर थांमो,
अब,पतवार मेरी,
डूब ना जाए नाव मेरी,
दरकार तेरी,
श्याम मेरे, श्याम मेरे,
तेरे हुँ भरोसे,
मेरा तो किनारा हो तुम,
सांवरे मेरा तो किनारा हो तुम,
हारा हूँ मै देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम।।
माना कितने पाप किये हैं,
मैने भी,
मांगू माफी अवगुण कर दो,
दूर सभी,
शरण पड़ा हूँ करना दया अब,
मुझेपे भी,
हार ना जाऊं अपने दुःख से,
मैं तो कहीं,
‘रोशन’ कहे, ‘रोशन’ कहे,
सुनो मेरे बाबा,
मेरा तो गुज़ारा हो तुम,
सांवरे मेरा तो गुज़ारा हो तुम,
हारा हूँ मै देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम।।
हारा हूँ मैं देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम,
जाऊं कहाँ,कोई नही है,
श्याम मेरा सहारा हो तुम,
मेरे श्याम श्याम मेरा सहारा हो तुम,
हारा हूँ मै देना सहारा,
हारे का सहारा हो तुम।।
– गायक –
नरेश पंवार।
– प्रेषक & लेखक –
रोशन स्वामी “तुलसी”
संपर्क – 9887339360