हरिद्वार में आगे भोले,
लाव बम बम के जयकारे,
गंगा जी मैं डुबकी लाक,
मिट जा सारे रोले हो।।
गंगा जल भर क कैनी में,
कांधे कांवड़ ठालो,
पैरों में तुम बांध के घुंघरू,
छम छम करते चालों,
सही समय पै जाक मंदिर,
भाग बणा लयो सोले हो।।
रिमझिम रिमझिम सामण बरसें,
ठंडी ठंडी हवा चलै,
हे कैलासी हे अविनाशी,
दूनिया तेरे संग में चले,
मन की ईच्छा पूरी करदे,
तैने पूजें सारे भोले हो।।
शिव शंकर का ध्यान लगा क,
रविन्द्र महिमा गाले,
कालरम आले बांगड़ आजा,
तूं भी शिश झुकाले,
भोले बाबा होके प्रसन्न,
देव दर्शन तोले हो।।
हरिद्वार में आगे भोले,
लाव बम बम के जयकारे,
गंगा जी मैं डुबकी लाक,
मिट जा सारे रोले हो।।
गायक – अमित केशव।
Writer – रविन्द्र भट्टी / राजेन्द्र बांगड़।