हे कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा,
विनती हमारी सुन ले मुरारी,
आये है हम तो दर पे तेरे,
ओ बनवारी,
हे कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।।
गोकुल मेरे होंठों पे हो,
मथुरा मेरी आँखों में हो,
हो द्वारिका की मन में छवि,
एक वृन्दावन मेरी साँसो में हो,
एक वृन्दावन मेरी साँसो में हो,
हे कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।।
इतनी कृपा हम पे करो,
रंग मे तेरे रंग जाये हम,
भूले से भी ना तुझको प्रभु,
दिल से कभी बिसराये हम,
दिल से कभी बिसराये हम,
हे कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।।
हे कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा,
विनती हमारी सुन ले मुरारी,
आये है हम तो दर पे तेरे,
ओ बनवारी,
हे कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।।
स्वर – अनुराधा जी पौडवाल।
प्रेषक – मनमोहन साहू।
6268046938