हे गुरुदेव दया के सागर,
दया करो सरकार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
तर्ज – बार बार तोहे क्या समझाए।
दृष्टि दया री थां री हो,
जद पार पड़ै,
दुखिया सब संसार,
दैख कै जीव डरै,
दीन दुखी ऐं सेवकियै री,
सुणल्यो करुण पुकार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
मैं निर्बल थे सबल,
भगत हो पूंच्येड़ा,
जै थे थामो हाथ,
पार लगै बेड़ा,
बाबाजी सूं सल्लाह करकै,
करो मेरो उद्धार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
छल-फरेब ई दुनिया रा,
मैं के जाणूं,
थां रै चरणां माय,
सदा मस्ती छांणू,
आगै-लारै थे ही म्हां रै,
जीवण़ रा आधार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
सामरथां नै शरम,
काम मेरो करणो है,
उदयाळै मं आंख्या,
हो गई झरणो है,
श्यामबहादुर ‘शिव’ दर्दी रा,
संकट दीज्यो टार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
हे गुरुदेव दया के सागर,
दया करो सरकार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
Singer – Manish Ji Sharma
Upload By – Vivek Agarwal Ji
जय गुरू देव जी