हे शारदे मेरी माँ,
है बगुलामुखी मेरी माँ,
निराली है तेरी झंकार,
है तेरी झनकार निराली मैय्या,
है तेरी झनकार।।
तू जग जननी मैय्या,
कमल पे विराजे,
हाथो में वीणा मां के,
मुकुट सिर पर साजे,
तुझे नमू मैं बारंबार,
हो तुझे नमू मे बारंबार,
निराली है तेरी झनकार,
है शारदे मेरी मां,
है बगुलामुखी मेरी मां,
निराली है तेरी झनकार।।
तेरी दया से लंगड़ा भी मां,
पर्वत पर चढ़ जाए,
तेरी दया अंधा भी मां,
तेरे दर्शन पाता है,
तेरी माया है अंपरमपार,
हो तेरी शक्ति है सबसे महान,
निराली है तेरी झनकार,
है शारदे मेरी मां,
है बगुलामुखी मेरी मां,
निराली है तेरी झनकार।।
तेरी दया से गूंगा भी मां,
तानसेन सा गाता है,
तेरी दया से बहरा भी मां,
सुन पाता है,
हो शारदे मेरी मां,
है बगुलामुखी मेरी मां,
निराली है तेरी झनकार,
है शारदे मेरी मां,
है बगुलामुखी मेरी मां,
निराली है तेरी झनकार।।
हे शारदे मेरी माँ,
है बगुलामुखी मेरी माँ,
निराली है तेरी झंकार,
है तेरी झनकार निराली मैय्या,
है तेरी झनकार।।
गायक – घनश्याम सिंह जी झाला/कृष्णपालसिंह जी झाला।