हीरो गमा दियो कचरा में,
दोहा – दास कहे सगराम,
हाथ मे हीरा आया,
समझ नही मन माय,
गाल गोफन में वाया,
बावत बावत बाविया,
हीरो रयो है एक,
पड़ी हीरा री पारखा,
जद रोयो माथो टेक,
रोयो माथो टेक,
एडा में घना गमाया,
दास कहे सगराम,
हाथ मे हीरा आया।
हीरो गमा दियो कचरा में,
हिरो गमा दियो कचरा मे,
पच पचीस रा झगड़ा में,
हीरो गमे दियो कचरा मे।।
कोई बतावे हीरो अगम निगम में,
कोई बतावे पानी पवना में,
हीरो गमे दियो कचरा मे।।
कोई बतावे हीरो तीर्थ व्रत में,
कोई बतावे माला जपना में,
हीरो गमे दियो कचरा मे।।
बड़ा बड़ा कोई साधु जोगी,
हीरो घमाया दियो नखरा में,
हीरो गमे दियो कचरा मे।।
धर्मिदास जी ने हीरो लादो,
जायर धर दियो अंचला में,
हीरो गमे दियो कचरा मे।।
हीरो गमा दियो कचरा मे,
हिरो गमा दियो कचरा मे,
पच पचीस रा झगड़ा में,
हीरो गमे दियो कचरा मे।।
गायक / प्रेषक – श्यामनिवास जी।
919024989481