हम पे है तेरा उपकार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
हम पे हैं तेरा उपकार।।
तर्ज – तुझको पुकारे मेरा।
जब से जुड़ा हूँ तेरे,
दरबार से मैं बाबा,
तेरा साथ पाया,
सुख हो या दुःख हो,
सदा अपने सर पे मैंने,
तेरा हाथ पाया,
इतना दिया है तूने प्यार,
इतना दिया है तूने प्यार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
हम पे हैं तेरा उपकार।।
अहसान इतने,
मुझपे किए है तूने,
कैसे गिनाऊँ,
रोम रोम डूबा तेरे,
कर्जे में तेरा कर्जा,
कैसे चुकाऊं,
तुमने संवारा परिवार,
तुमने संवारा परिवार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
हम पे हैं तेरा उपकार।।
दिल की तू समझे,
बिन समझाए ऐसा,
अहसास होता,
जब जब पुकारूँ तुझको,
लगता है मेरे तू,
आस पास होता,
ऐसे जुड़े है दिल के तार,
ऐसे जुड़े है दिल के तार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
हम पे हैं तेरा उपकार।।
अंतिम सफर में,
अंतिम डगर तक मेरा,
साथ निभाना,
अंतिम समय में मेरी,
उंगली पकड़ कर,
अपने संग ले जाना,
‘रोमी’ की इतनी मनुहार,
‘रोमी’ की इतनी मनुहार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
हम पे हैं तेरा उपकार।।
हम पे है तेरा उपकार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
हम पे हैं तेरा उपकार।।
गायक – रोमी जी।