आई लव यू सांवरे,
बहुत घणे एहसान तेरे,
मैं के के श्याम गिनाऊँ,
आई लव यू साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ,
माय गॉड साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ।।
खाटू आया जब सै मैं तो,
ऐसी कर दी मौज मेरी,
पिंक पिंक नोटां तै बाबा,
भरी रैह सै गौज मेरी,
श्याम धणी तेरी कृपा तै मैं,
बैठया मौज उड़ाऊँ,
आई लव यू साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ,
माय गॉड साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ।।
सारी दुनिया घूम लिया मन्ने,
मिल्या श्याम सा सेठ नहीं,
देवण मैं यो खाटू आला,
कदे भी करता लेट नहीं,
बिन मांगे सब कुछ देता,
फिर और कितै क्यूँ जाऊँ,
आई लव यू साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ,
माय गॉड साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ।।
मेरे दिल की श्याम धणी या,
फौरन सुनी आवाज तन्नै,
“भीमसैन” की श्याम धणी या,
खूब राख ली लाज तन्नै,
सारी जिन्दगी श्याम धणी मैं,
गुण तेरे ही गाऊँ,
आई लव यू साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ,
माय गॉड साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ।।
बहुत घणे एहसान तेरे,
मैं के के श्याम गिनाऊँ,
आई लव यू सांवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ,
माय गॉड साँवरे,
कैसे यो कर्जा तेरा चुकाऊँ।।
लेखक व गायक – श्री भीमसैन जी भिवानी वाले।
भजन प्रेषक – प्रदीप सिंघल (जीन्द वाले)।