इन अंखियो का संवरा नजारा,
नज़रे जो श्याम से मिली,
ये जहाँ सारा लगता हमारा,
नज़रे जो श्याम से मिली।।
तर्ज – किन्ना सोणा तेनु।
जग की ठोकर दर दर खाई,
भटक भटक कर शरण में आई,
अब चाहिए ना जग का सहारा,
नज़रे जो श्याम से मिली,
ये जहाँ सारा लगता हमारा,
नज़रे जो श्याम से मिली।।
अंधियारे में कर दिया उजाला,
शीश का दानी खाटू वाला,
मेरी किस्मत का चमका सितारा,
नज़रे जो श्याम से मिली,
ये जहाँ सारा लगता हमारा,
नज़रे जो श्याम से मिली।।
मन दीवले की श्याम ही बाती,
श्याम ही ‘गोलू’ सच्चा साथी,
बिन श्याम के ना कुछ भी गवारा,
नज़रे जो श्याम से मिली,
ये जहाँ सारा लगता हमारा,
नज़रे जो श्याम से मिली।।
इन अंखियो का संवरा नजारा,
नज़रे जो श्याम से मिली,
ये जहाँ सारा लगता हमारा,
नज़रे जो श्याम से मिली।।
Singer – Bulbul Agarwal