इतना क्या कम है उपकार तेरा,
इज्जत की रोटी खाता परिवार मेरा,
इतना क्या कम हैं।।
तर्ज – सागर किनारे दिल ये।
यूँ ख्वाहिशो की सीमा कहाँ है,
जो है जरुरत वो मिल रहा है,
रुकने दिया ना कोई काम मेरा,
रुकने दिया ना कोई काम मेरा,
इतना क्या कम हैं उपकार तेरा,
इज्जत की रोटी खाता परिवार मेरा,
इतना क्या कम हैं।।
औकात से ज्यादा तुमने दिया है,
मेरे लिए तूने सब कुछ किया है,
कैसे मैं भूलूंगा अहसान तेरा,
कैसे मैं भूलूंगा अहसान तेरा,
इतना क्या कम हैं उपकार तेरा,
इज्जत की रोटी खाता परिवार मेरा,
इतना क्या कम हैं।।
इज्जत का गहना लुटने दिया ना,
दुनिया के आगे सर झुकने दिया ना,
फैला ना किसी के आगे ये हाथ मेरा,
फैला ना किसी के आगे ये हाथ मेरा,
इतना क्या कम हैं उपकार तेरा,
इज्जत की रोटी खाता परिवार मेरा,
इतना क्या कम हैं।।
विश्वास ‘सोनू’ है मेरे मन में,
नेकी छिपी है तेरे हर करम में,
संतोष ही जीवन का आधार मेरा,
संतोष ही जीवन का आधार मेरा,
इतना क्या कम हैं उपकार तेरा,
इज्जत की रोटी खाता परिवार मेरा,
इतना क्या कम हैं।।
इतना क्या कम है उपकार तेरा,
इज्जत की रोटी खाता परिवार मेरा,
इतना क्या कम हैं।।
Singer – Rahul Gaur
Lyrics – Sunil Gupta ‘Sonu’