जब जब धरा पे संकट कोई आता है,
तब तब रूप बदलकर मोहन आता है,
ना जाने कितने ही संकट टाले है,
बनके सहाये प्रभु,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ।।
पांचाली मान बढ़ाया,
मीरा के विष को अमृत बनाया,
गोकुल में तो गैया चराई,
राधा के संग तूने अखियाँ मिलाई,
आता नहीं कुछ समझ अब हमें,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ।।
हार गई ये दुनिया सारी,
मरती नहीं कोरोना बिमारी,
हारे का तो एक है सहारा,
मेरा तो बाबा श्याम हमारा,
तेरे भरोसे रहूँ सांवरे,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ।।
सबका यही अब तो है रोना,
कब जाएगा हिन्द से कोरोना,
चला दो चला दो सुदर्शन चला दो,
कोरोना को भी जड़ से मिटा दो,
‘मंगत’ भी आए शरण में अब तेरी,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ।।
जब जब धरा पे संकट कोई आता है,
तब तब रूप बदलकर मोहन आता है,
ना जाने कितने ही संकट टाले है,
बनके सहाये प्रभु,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ,
आओ श्याम आओ आके हमें बचाओ।।
Singer – Mangat Nanda