जब जब दुख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया,
गिरने दिया ना तुमने मुझको,
आकर थाम लिया,
आकर थाम लिया,
जब जब दुःख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया।।
तर्ज – मैं तो तुम संग नैन मिला के।
इस जग ने मुझे छोड़ दिया था,
अपनों ने मुख मोड़ लिया था,
सबने नाता तोड़ लिया था,
प्यार दिया मुझे तुमने इतना,
तेरा करूँ शुक्रिया,
तेरा करूँ शुक्रिया,
जब जब दुःख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया।।
इस जग में नहीं कोई हमारा,
मिल ही गया मुझे साथ तुम्हारा,
तुमने दिया पग पग पे सहारा,
इस दिल के उजड़े गुलशन को,
फिर महका ही दिया,
तेरा करूँ शुक्रिया,
जब जब दुःख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया।।
टूट ना पाया बिखर ना पाया,
जब से तेरी शरण में आया,
अब इस दिल में तू ही समाया,
‘चित्र-विचित्र’ को अपने प्रेम में,
तुमने पागल किया,
तेरा करूँ शुक्रिया,
जब जब दुःख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया।।
जब जब दुख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया,
गिरने दिया ना तुमने मुझको,
आकर थाम लिया,
आकर थाम लिया,
जब जब दुःख में घबरा के मैंने,
तेरा नाम लिया,
तेरा नाम लिया।।
Singer – Shri Chitra Vichitra Ji Maharaj