जब कोई काज रचाये,
तो तुमको मनाये,
तेरा ही ध्यान लगाये,
गणपति गौरी लाल,
गणपति गोरी लाल।।
तर्ज – पग पग दीप जलाए।
पल में संवारे बिगड़े काम,
जिसने पुकारा तेरा नाम,
आये जो शरण में,
तू करता कल्याण,
तेरे दर शीश झुकाये,
तेरा गुण गाये,
तेरा ही ध्यान लगाएं,
गणपति गोरी लाल,
गणपति गोरी लाल।।
शिव गौरा के राजकुमार,
पूजा करें सारा ही संसार,
विपत्ति हरे तू,
करे हैं उपकार,
माथे चंदन तिलक लगाएं,
तेरा गुण गाये,
तेरा ही ध्यान लगाएं,
गणपति गोरी लाल,
गणपति गोरी लाल।।
भक्तो की सुनो फरियाद,
पल पल जो करे तुम्हे याद,
देवो के देवा सदा रटे तेरा नाम,
विनती तुझी को सुनाए,
तेरे दर आए,
तेरा ही भोग लगाए,
गणपति गौरी लाल,
गणपति गोरी लाल।।
जब कोई काज रचाये,
तो तुमको मनाये,
तेरा ही ध्यान लगाये,
गणपति गौरी लाल,
गणपति गोरी लाल।।
गायक – योगेश्वरी अंकुर।
9719106321